हम सभी के साथ ऐसा हुआ है कि आप सोचते हैं कि बस एक YouTube Short देखेंगे, और पता ही नहीं चलता कि एक घंटा कब बीत गया. इसी लंबी स्क्रॉलिंग से लोगों को बचाने के लिए YouTube लेकर आया है एक नया फीचर, ‘YouTube Shorts Timer’. यह फीचर यूज़र्स को यह तय करने की सुविधा देता है कि वे दिनभर में कितना समय Shorts देखने में बिताना चाहते हैं.
हालांकि, अगर आप चाहें तो इस अलर्ट को dismiss करके आगे देखना जारी रख सकते हैं. यानी यह फीचर आपको फोर्स नहीं करता, बल्कि आपकी स्क्रीन टाइम अवेयरनेस बढ़ाने के लिए एक हल्का सा रिमाइंडर देता है.
फिलहाल यह फीचर YouTube मोबाइल ऐप पर रोलआउट हो रहा है और आने वाले हफ्तों में यह ग्लोबली सभी यूज़र्स को मिलने लगेगा. अभी यह फीचर parental controls से जुड़ा नहीं है, इसलिए पैरेंट्स अपने बच्चों के लिए टाइम लिमिट नहीं सेट कर सकते. लेकिन YouTube ने कहा है कि साल के आखिर तक यह फीचर फैमिली अकाउंट्स के लिए भी उपलब्ध होगा, ताकि बच्चे लिमिट पूरी होने के बाद आगे वीडियो न देख सकें.
क्यों लाया गया यह फीचर?
आजकल सोशल मीडिया ऐप्स को ‘doomscrolling’ यानी लगातार और बिना रुके कंटेंट देखने की आदत बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है. कई रिसर्च बताती हैं कि इससे anxiety, फोकस में कमी आती है और स्ट्रेस जैसी दिक्कतें बढ़ती हैं.
YouTube पहले भी digital wellbeing को लेकर काम कर चुका है, जैसे ‘Take a Break Reminder’ जो हर 15, 30, 60 या 90 मिनट बाद यूज़र को रेस्ट लेने की सलाह देता है, और ‘Bedtime Reminder’ जो सोने के समय फोन बंद करने की याद दिलाता है.
अब नया Shorts Timer फीचर खास तौर पर उस हिस्से को टार्गेट करता है जहां लोग सबसे ज़्यादा समय गंवाते हैं, यानी Shorts फीड में. अब देखना यह होगा कि यूज़र इस रिमाइंडर को कितनी गंभीरता से लेते हैं या फिर बस स्वाइप करके आगे बढ़ जाते हैं.












